उत्तराखंड, जिसके नाम से स्पष्ट है, उत्तर + खंड, यानि उत्तर का भाग। भारत का उत्तरी क्षेत्र या भाग उत्तराखंड, देश की प्रमुख नदियों के समीप बसते तीर्थस्थलों का केंद्र है। नए राज्य के रुप में उत्तर प्रदेश के पुनर्गठन के फलस्वरुप (उत्तर प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम, 2000) उत्तराखंड की स्थापना 9 नवंबर 2000 को हुई। इसलिए इस दिन को उत्तराखंड में स्थापना दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।
उत्तराखंड एक बेहद खूबसूरत स्थान है जहां प्रत्येक वर्ष लाखों की तादाद में पर्यटक आते हैं। पर्यटन की दृष्टि से उत्तराखंड में कई पर्यटन स्थल हैं, जिसकी लोकप्रियता विश्व भर में हैं। उत्तराखंड की खूबसूरती उत्तराखंड के कुल 13 राज्यों के अंदर बसती है।
क्या आप उत्तराखंड की इन 13 राज्यों के विषय में जानते हैं? क्या आप जानते हैं कि उत्तराखंड का सबसे प्रसिद्ध स्थल किस राज्य के अंतर्गत आता है? चलिए हम आपको बताते हैं। आज हम अपने लेख के माध्यम से आपको उत्तराखंड के 13 जिलों के विषय में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं। इन जिलों के विषय में जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारा लेकर अंत तक अवश्य पढ़े।
उत्तराखंड के जिलों के नाम
उत्तराखंड में कुल 13 जिले हैं लेकिन यह 13 जिले, उत्तराखंड के कुल 3 मंडलों के अनुसार विभाजित हैं। यह तीन मंडल हैं – गैरसैण, कुमाऊं, गढ़वाल।
• गैरसैण मंडल के अन्तर्गत आने वाले जिलों के नाम
1. अल्मोड़ा
2. बागेश्वर
3. चमोली
4. रुद्रप्रयाग
• कुमाऊं मंडल के अंतर्गत आने वाले जिलों के नाम
1. चंपावत
2. नैनीताल
3. पिथौरागढ़
4. उधम सिंह नगर
• गढ़वाल मंडल के अंतर्गत आने वाले जिलों के नाम
1. देहरादून
2. हरिद्वार
3. पौड़ी गढ़वाल
4. टिहरी गढ़वाल
5. उत्तरकाशी।
चलिए, जानते हैं इन 13 जिलों की विस्तृत जानकारी
1. अल्मोड़ा
भारत के उत्तराखंड राज्य के गैरसण मंडल के अंतर्गत अल्मोड़ा जिला आता है। अल्मोड़ा उत्तराखंड का एक ऐसा जिला है जो अपनी संस्कृति, हस्तकला विरासत, खान पान, ठेठ पहाड़ी सभ्यता तथा सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है। अल्मोड़ा में एक प्रसिद्ध नृत्य अकादमी संस्थान भी है।
जिसका नाम है डांसिउस, यहां बहुत से फ्रांसीसी तथा भारतीय नृतकों को प्रशिक्षण दिया गया था। 1937 में यह है नृत्य अकादमी उदय शंकर द्वारा स्थापित की गई थी।
2. बागेश्वर
बागेश्वर उत्तराखंड का एक ऐसा जिला है जिसकी स्थापना 15 सितंबर 1938 में अल्मोड़ा के उत्तरी क्षेत्रों से की गई थी। 2011 की जनगणना के अनुसार, बागेश्वर रुद्रप्रयाग तथा चंपावत के बाद उत्तराखंड का सबसे कम जनसंख्या वाला तीसरा राज्य है।
प्राचीन प्रमाणों के आधार पर बागेश्वर शब्द की उत्पत्ति ब्याघ्रेश्वर शब्द से मानी गई है। यह शब्द प्राचीन भारतीय साहित्य में अधिक प्रसिद्ध है। बागेश्वर जिले के प्रमुख पर्यटन स्थल बागनाथ मंदिर, कौसानी, बैजनाथ, वैजनाथ आदि हैं।
उत्तराखंड में बागेश्वर को भगवान शिव के कारण तीर्थराज स्थल के तौर पर भी माना जाता है। कहा जाता है कि इस स्थान पर शिवजी ने कई लीलाएं की। इसीलिए इसे शिव लीला स्थली भी कहा जाता है।
3. चमोली
बर्फ के पर्वतों से ढका चमोली उत्तराखंड का एक खूबसूरत जिला है। अलकनंदा नदी के समीप चमोली बद्रीनाथ मार्ग पर स्थित है। चमोली धार्मिक स्थलों में से एक है यहां अधिक संख्या में पर्यटक आते हैं। चमोली जिले में विभिन्न ऐसे धार्मिक मंदिर तथा स्थल हैं जो पर्यटकों को अपनी ओर खींचते हैं।
किसी को चाती भी कहा जाता है। चाती का अर्थ है एक झोपड़ी जो अलकनंदा नदी के समीप स्थित है। चमोली का क्षेत्रफल 8030 वर्ग किलोमीटर है। अलकनंदा इस जिले की प्रमुख नदी है।
चमोली जिले में कुछ प्रमुख स्थल है जिनके नाम निम्न हैं- बदरीनाथ, तपकुंड, हेमकुंड साहिब, गोपेश्वर, बेदिनी, पंच प्रयाग, देव प्रयाग, विष्णु प्रयाग, फूलों की घाटी तथा औेली।
4. रुद्रप्रयाग
उत्तराखंड के जिलों में से एक रुद्रप्रयाग जिले का क्षेत्रफल 2439 वर्ग किलोमीटर है। यह जिला उत्तर दिशा में उत्तरकाशी जिलों से तथा पूर्व दिशा में चमोली जिलों से, दक्षिण दिशा में पौड़ी जिले से तथा पश्चिम में टिहरी जिलों से घिरा हुआ है। 16 सितंबर 1998 में रुद्रप्रयाग अस्तित्व में आया था। जो कि तीन भूतपूर्व जिलों के समागम से बनाया गया है।
रुद्रप्रयाग के नगर कस्बे इत्यादि इस प्रकार हैं, रुद्रप्रयाग, अगस्त्यमुनि, बेंजी, बरम्वाड़ी, गुप्तकाशी, गौरीकुण्ड ग्राम, पल्द्वारी ग्राम, ल्वारा, क्यार्क ग्राम, तिल्वारा ग्राम, क्मेरा ग्राम, बर्सिल पवेक, सिल्ला , कुंडालिया (तीर्थपुरोहित केदारनाथ), नहरा (तीर्थपुरोहित केदारनाथ), नाग जगाई, नवासू (रौथाण ठाकुर)।
5. चम्पावत
भारतीय उत्तराखंड के राज्यों में चंपावत कुमाऊं मंडल का एक जिला है। जो कि अपनी वास्तु शिल्प कला तथा आकर्षक मंदिरों की खूबसूरती आदि के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है। यहां पहाड़ों के बीच से बहती नदियां अद्भुत सुंदरता का नजारा दिखाती हैं।
वन्यजीवों से लेकर ट्रैकिंग की सुविधा भी चंपावत जिले में पाई जाती है। कई वर्षों तक चंपावत जिला कुमाऊ के शासकों की राजधानी रहा था। जिनमें से कुछ शासकों के किलो के शेष आज भी यहां पाए जाते हैं।
चंपावत के मुख्य आकर्षक स्थलों के नाम निम्नलिखित हैं.. बालेश्वर मंदिर, शनि देवता मंदिर, राघनाथ मंदिर, रीठा मीठा साहिब, पूर्णागिरी मंदिर, श्यामलाताल, पंचेश्वर, देविधुरा, लोहाघाट, अब्बोट माउंट।
6. नैनीताल
नैनीताल कुमाऊँ मण्डल में स्थित उत्तराखंड का एक विशेष राज्य है। इसके उत्तर में अल्मोड़ा जिला और दक्षिण में उधमसिंहनगर जिला है। इसके साथ ही हल्द्वानी इस जिले का सबसे बड़ा नगर है। नैनीताल उत्तराखंड के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है, यहां हर वर्ष लाखों की समय में पर्यटक घूमने आते हैं। लोगों के लिए यह बेहद आकर्षक का केंद्र है।
7. पिथौरागढ़
भारतीय राज्य उत्तराखंड का पिथौरागढ़ का एक जिला है। जो कि 7090 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। इस जिले का मुख्यालय पिथौरागढ़ है। यहां शिक्षा के क्षेत्र में हिंदी भाषा का प्रयोग किया जाता है लेकिन अधिकतर लोग यहां पर कुमाऊं भाषा बोलने वाले भी पाए जाते हैं। 24 फरवरी 1960 को पिथौरागढ़ जिले का गठन किया गया था।
8. ऊधम सिंह नगर
उधम सिंह नगर भारतीय उत्तराखंड का एक जिला है। जिसका मुख्यालय रुद्रपुर है।इस जिले के अंतर्गत नौ तहसील आते हैं जिनके नाम निम्नलिखित हैं – काशीपुर , खटीमा , सितारगंज ,किच्छा, जसपुर ,बाजपुर ,गदरपुर ,रुद्रपुर और नानकमत्ता। सर्वप्रथम उधम सिंह नगर नैनीताल जिले के अंतर्गत ही आता था। लेकिन 1995 में इसे एक पृथक जिला बना दिया गया। इस जिले के मुख्य आकर्षक के रूप में काशीपुर, पूर्णागिरि, अटरिया मंदिर, गिरी सरोवर।
9. देहरादून
देहरादून, भारतीय राज्य उत्तराखंड का एक जिला और साथ ही साथ उत्तराखंड की राजधानी है। जिसका कुल क्षेत्रफल 3,088 वर्ग किमी है। उत्तराखंड का अत्यधिक प्रसिद्ध तथा खूबसूरत स्थान देहरादून की स्थापना 1870 में हुई थी। देहरादून को ‘द्रोण का धाम’ भी कहा जाता है। देहरादून जिले में कई प्रसिद्ध मंदिर हैं, संतलादेवी, टपकेश्वर, बुद्धाटेम्पल, महासू देवता, डाटकाली, कालसी आदि।
इसके साथ हीदेहरादून के प्रसिद्ध मेले – जौनसारी भाबर का मेला, क्वानू, दशहरा, लखवाड, महासू देवता, बिस्सू मेला, झंडा मेला, टपकेश्वर मेला, शरदोत्सव (मसूरी) हैं। देहरादून के प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों में मसूरी, मालसी, डियरपार्क, डाकपत्थर, आसन बैराज, लाखामंडल, चकराता, यमुना ब्रिज, त्रिवेणी घाट (ऋषिकेश), सहस्त्रधार, लच्छीवाला, गुच्चुपनी, टाइगर फॉल, एफ. आर. आई.-म्यूजियम इत्यादि शामिल हैं।
देहरादून में टोंस नदी, गंगा(ऋषिकेश), यमुना, सोंग नदी बहती हैं जो, समस्त श्रद्धालुओं को अनुपम छटा का आभास कराती है। बहुत दूर-दूर से लोग यहां की सुंदरता को देखने के लिए पधारते हैं।
10. हरिद्वार
उत्तराखंड के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से हरिद्वार भी प्रमुख स्थल है। हरिद्वार जिले की स्थापना 1998 में 28 दिसंबर को हुई थी। जिसका कुल क्षेत्रफल 2360 वर्ग किलोमीटर है।हरिद्वार गंगा नदी के तट पर बसा हुआ है। हरिद्वार कुम्भ मेले के लिए प्रसिद्ध है। हरिद्वार उत्तराखंड राज्य का एक जिला है जो कि गंगा नदी के तट पर बसा हुआ है। हरिद्वार को माया नगरी के नाम से भी जाना जाता है। हरिद्वार के प्रसिद्ध मन्दिर चंडीदेवी, मंशादेवी, मायादेवी, रतिप्रिया, श्रध्दादेवी आदि हैं।
हरिद्वार के प्रसिद्ध मेले कुम्भ मेला, पिरान कलियर हैं।
हरिद्वार के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल हर की पौड़ी, मायादेवी , मंशादेवी, भारतमाता, पिरान कलियर, दक्षेश्वर, वैष्णोमाता, बिलकेश्वर हैं। हरिद्वार में हर वर्ष कई श्रद्धालु आते हैं और यहां की श्रद्धा भक्ति का अनुभव करते हैं।
11. पौड़ी गढ़वाल
उत्तराखंड के 13 जिलों में से एक पौड़ी गढ़वाल का मुख्यालय पौड़ी है। यह जिला 5440 वर्ग किलोमीटर में है। यह जिला एक गोले के रूप में बसा हुआ है, जिसकी उत्तर में चमोली रुद्रप्रयाग और टिहरी गढ़वाल है। दक्षिण में उधम सिंह नगर पूर्व में अल्मोड़ा और पश्चिम में देहरादून स्थित है।
इस स्थल पर जगह-जगह बड़े-बड़े पेड़ और पर्वत श्रंखला में आकर्षण का केंद्र है। यहाँ के पर्यटन स्थल में कंडोलिया का शिव मन्दिर, केतुखाल में भैरोंगढ़ी में भैरव नाथ का मंदिर, बिनसर महादेव, खिर्सू, लाल टिब्बा, ताराकुण्ड, ज्वाल्पा देवी मन्दिर नील कंठ का शिव मंदिर, देवी खाल का माँ बाल कुँवारी मंदिर ओर यमकेश्वर का भुम्या देव प्रमुख हैं।
12. टिहरी गढ़वाल
पर्वतों के बीच स्थित यह स्थान उत्तराखंड के जिले में आता है। टिहरी गढ़वाल उत्तराखंड का एक जिला है हर वर्ष भारी संख्या में पर्यटक आते हैं। यह स्थल धार्मिक स्थल के लिए काफी प्रसिद्ध है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता पर्यटकों को अपनी ओर खींचती है। टिहरी गढ़वाल के टिहरी शहर को देश के सबसे विकसित शहरों में भी शामिल किया गया है।
13. उत्तरकाशी
उत्तराखंड के गड़वाल मंडल में उत्तरकाशी एक जिला है। इस जिले का मुख्यालय उत्तराखंड कस्बा है। उत्तरकाशी जिला हिमालय रेंज की ऊँचाई पर बसा हुआ है। यह जिला गंगा और यमुना नदियों का उद्गम है। यहां हज़ारों हिन्दू तीर्थयात्री हर वर्ष पधारते हैं। यह एक प्रमुख हिन्दू तीर्थयात्रा केन्द्र माना जाता है।
जिले के उत्तर और उत्तरपश्चिम में हिमाचल प्रदेश राज्य, उत्तरपूर्व में तिब्बत, पूर्व में चमोली जिला, दक्षिणपूर्व में रूद्रप्रयाग जिला, दक्षिण में टिहरी गढ़वाल जिला और दक्षिणपश्चिम में देहरादून जिला पड़ते हैं।
इस प्रकार, हम आशा करते हैं कि आपको उत्तराखंड के उपरोक्त 13 जिलों के बारे में अच्छे से जानकारी मिली होगी। इसी तरह से देवभूमि के विषय में जानकारी पाने के लिए हमें फॉलो करना ना भूलें।
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